Mujhe Jugnuo Ke Desh Jaana Hai
सबाहत आफ़रीन की कहानियों में स्त्री पात्र के भीतर छटपटाहट है, बेचैनी है। उनकी कहानियों के किरदार बोसीदा रीति रवाजों को मानने से इनकार करते हैं। उनकी कहानियों का मन समाज के बनाये बन्धनों में जकड़ा हुआ ज़रूर है मगर वो किसी हाल में उम्मीद नहीं छोड़तीं। उनकी आँखों में उम्मीद के दिए जल रहे हैं, एक ख़ाब मतवातिर उनके ज़ेहन में चलता रहता है जो उन्हें यक़ीन दिलाता है कि आज नहीं तो कल हालात सुधरेंगे। कभी तो वो रात आएगी जब मुठ्ठियों में बंद जुगनू आज़ाद होंगे और अँधेरी फ़ज़ा फिर से रोशन हो उठेगी।
Original price was: ₹225.00.₹99.00Current price is: ₹99.00.
Panchartantra Ki Kathaye
देश की महिला व्यंग्य लेखिकाओं में इन्द्रजीत कौर एक सुपरिचित और तेजी से उभरता हुआ नाम है। इनका एक व्यंग्य संग्रह प्रकाशित हो चुका है जो काफी लोकप्रिय रहा है। सुश्री कौर अपनी बात प्रतीकों के माध्यम से कहतीं हैं। उनकी सफलता इन्हीं प्रतीकों के प्रयोग में निहित है। सीधे चोट करने के स्थान पर सुश्री कौर जहाँ प्रतीकों का सहारा लेकर अपनी बात कहती हैं, वहाँ उनका व्यंग्य अपेक्षाकृत अधिक प्रभावी होता है। मुझे आशा है कि इन्द्रजीत वर्तमान सन्दर्भ में ‘आधुनिक पंचतंत्र’ के लेखन की ओर ध्यान देंगीं साथ में व्यंग्य को नए मुहावरे और व्याकरण देकर कृतकृत्य करेंगीं।
- गोपाल चतुर्वेदी
Original price was: ₹140.00.₹99.00Current price is: ₹99.00.
Parijaat Ke Phool
कहते हैं पारिजात के फ़ूलों की ये विशेषता होती है कि वो रात में खिलते हैं और सुबह तक मुरझा कर गिर जाते हैं,और ये फूल उस वृक्ष के नीचे ना बिखर के उसकी परिधि से बाहर कुछ दूर जाके गिरते हैं।ऐसा कोई श्राप है शायद, जो पेड़ और उसके फूलों का बिखराव और अलगाव सुनिश्चित करता है।
रिशी की कहानियाँ भी अपनी जड़ों से टूट कर बिखर गई उन शाखों और फूलों की दास्तान हैं, जो खुद में गर्वित भी हैं और एक दूसरे के बिना अधूरे भी।पुस्तक उन्ही सब की कहानी कहती है जहाँ कहीं छूटे हुए बचपन की टीस है, बहुत सी अनकही बातें हैं,परिवार का बिछोह है।
गंभीर और क्लिष्ट हिंदी वाली पुस्तकें अच्छी मानी जाती हैं, और अक्सर मनोरंजन के लिए ऐसी पुस्तकें पढ़ते वक़्त आपको हल्का होने के लिए कोई दूसरी हल्की फुल्की पुस्तक भी पढ़नी पढ़ जाती हैं।हालांकि रिशी के पात्र आम बोलचाल की भाषा ही बोलते हैं, फिर भी ऐसा ना हो, इसलिए कहानियों का क्रम कुछ इस प्रकार रखा गया है कि एक लंबी कहानी के बाद आपको एक छोटा व्यंग मिले।ताकि आप तरोताजा हो आगे बढ़ सकें।जहाँ दोस्तों की बकैती है, मोहब्बतें हैं,आईपीएल है।
रिशी की कहानियों के पात्र गाँव,स्कूल, कॉलेज या आम नौकरी पेशा लोग हैं।कहानियों के पात्र एक आम निम्न मध्यम वर्ग से ताल्लुक रखते हैं, एक सीमित भौगोलिक दायरे में रहते हैं और अतीत के जीव हैं, उस काल के जब मोबाइलों और सोशल मीडिया ने हमें गुलाम नहीं बनाया था।
कहानी संग्रह ‘पारिजात के फूल’
लेखक – रिशी कटियार
प्रथम संस्करण
पेपरबैक
संभावित डिलीवरी : 5-6 दिन
Original price was: ₹150.00.₹99.00Current price is: ₹99.00.
Ruke Ruke Se Kadam
एक जिंदा कहानी – जो शब्द दर शब्द गढ़ती है एक ऐसा दृश्य जो देखा देखा सा और अपने आस पास घटित होता जान पड़ता है।
कहानी एक पटकथा की संपूर्ण गुणों से सुसज्जित है। कभी सुनते थे कि उसने शब्दों से चित्रकारी की है – पूनम की कलम उसकी जिंदा मिसाल है।
यह कहानी हर उस दिल को छूएगी जिसमें अब भी धड़कन बाकी है। नई पीढ़ी जानेगी उस गुजरी पीढ़ी को – कुछ सीखेगी कि सीमा रेखाएं कहाँ तक आँकी जाती हैं? कुछ दूरियाँ चलना और समझना भी जरूरी है किन्तु वहीं तट की मर्यादा न लांघी जाए, उसका आँकलन भी उतना ही जरूरी है। इसका आभाव सुनामी में परिणित होगा जो मात्र तबाही लाएगा- भविष्य की कोख में क्या है यह भला कौन जान पाया है।
मैं इस कहानी को असीम संभावनाओं की जननी करार देता हूँ और मुझे उम्मीद है कि इस कहानी से गुजर कर हर पाठक मुझसे सहमत होगा।
- समीर लाल 'समीर'
Original price was: ₹250.00.₹99.00Current price is: ₹99.00.
Saat Samandar Paar
सात समंदर पार ... मेरी अम्मा स्व सरस्वती प्रसाद जी की कलम का जादू है । बचपन के खेल, परतंत्र राष्ट्र के प्रति उनके वक्तव्य उनकी कल्पना को उजागर करते हैं ।
यह कहानी मैंने कितनी बार पढ़ी, कितनों को सुनाई ... मुझे ख़ुद याद नहीं... लेकिन जितनी बार इस कथा-यात्रा से गुज़री , बचपन, देश, प्रेम और आँसुओं की बाढ़ मुझे बहा ले गई!
इस निरन्तर यात्रा के बाद मुझे एहसास हुआ कि क्यों उन्हें कविवर पन्त ने अपनी मानस पुत्री के रूप में स्वीकार किया! क्यों उन्होंने अपनी पुस्तक लोकायतन की पहली प्रति की पहली हक़दार समझा.
मेरा कुछ भी कहना एक पुत्री के शब्द हो सकते हैं, किन्तु मेरी बात की प्रामाणिकता 'सात समन्दर पार" को पढ़े बिना नहीं सिद्ध होने वाली. तो मेरे अनुरोध पर....... सात समंदर पार को पढ़िए, और कुछ देर के लिए सुमी-सुधाकर बन जाइये ।
रश्मि प्रभा
Original price was: ₹195.00.₹99.00Current price is: ₹99.00.
Selfie Basant Ke Sath
सेल्फी बसंत के साथ (व्यंग्य संग्रह) - कमलेश पांडे (pre-booking)
लेखक – कमलेश पांडे
संभावित डिलिवरी – 05-10 जनवरी 2018
व्यंग्य में इन दिनों बड़ी धकापेल मची हुई है। फेसबुक ट्विटर के चलते दिन में कई बार व्यंग्य ठेले जा रहे हैं। जितनी स्पीड से ये आ रहे हैं, उससे ज्यादा स्पीड से वे भुला दिये जा रहे हैं। ऐसे विकट स्पीडवान समय में कम रचनाकार रुककर ठहरकर सोच कर व्यंग्य दे रहे हैं। कमलेश पांडे ऐसे व्यंग्यकारों में एक महत्वपूर्ण व्यंग्यकार हैं। अर्थशास्त्र के गहरे जानकार हैं, तो बाजार को खूब समझते हैं। राजनीति के नाम पर चल रहे खेल को खूब समझते हैं। फिर रुककर सोचने का धैर्य है उनमें। यह जल्दी नहीं रहती उन्हे अभी खटाक लिखो, पटाक छपाओ और झटाक महानता की दावेदारी पेश करो। आम तौर पर कमलेश पांडे पर्यवेक्षण के मोड में रहते हैं। देखते बहुत हैं, सोचते बहुत हैं, बोलते कम हैं। यही सब बातें उन्हे अपने वक्त के अधिकतर व्यंग्यकारों से अलग करती हैं।
Original price was: ₹150.00.₹99.00Current price is: ₹99.00.
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आलोक पुराणिक
Smritiyon Mein Pita
अच्छी और बुरी कविता हर समय और हर युग में लिखी गयी और निरंतर लिखी जाती रहेगी। लेकिन सार-सार को गहि ले थोथा दे उड़ाय यह नीर-क्षीर विवेक कविता प्रेमी समाज के पास सदा रहा है और रहेगा। उम्दा कविताएं हमारी संस्कृति की स्मृति पटल का हिस्सा हैं, लोकमानस का प्रेरणा गान हैं । यही कविता की ताकत है और उसकी पहुंच है। इन कविताओं के विषय आस पास के मनुष्यों की समस्याओं, उधेड़बुनों और लगातार संवेदनहीन होते जा रहे समाज के बीच से उठाए गए हैं, कोशिश है कि उस लम्हे को आपके सामने रचनागत ईमानदारी से प्रस्तुत किया जाए जो बहुधा जीवन की दौड़धूप में आपकी दृष्टि से छूट जाता है या ओझल हो जाता है। मेरा मानना है कविता मनुष्य को लगातार और बेहतर, मुकम्मल, जिम्मेदार इंसान बनाने की कोशिश करती है और जब तक दुनिया के किसी भी कोने में कोई कवि अपनी कलम चलाता रहेगा यह आश्वस्ति बनी रहेगी। - अतुल चतुर्वेदी
Original price was: ₹150.00.₹99.00Current price is: ₹99.00.
Suraj Ki Missed Call
सूरज की मिस्ड कॉल - अनूप शुक्ल (pre-booking)
लेखक – अनूप शुक्ल
संभावित डिलिवरी – 05-10 जनवरी 2018
ऋग्वेद के गायत्री-मंत्र से लेकर समकालीन कवि सूर्यभानु मिश्र की कविता 'ओ भाई सूरज' तक साहित्य में सूर्य का सुघड़-परिष्कृत मानवीकरण आपने पहले भी देखा-पढ़ा और दुहराया होगा पर सूरज के इतने संवेदी रूप,जनजीवन से उसका ऐसा राब्ता, ऐसी मूल्य-चेतना और अपनी किरणों से उसका ऐसा आत्मीय लगाव कम ही देखा होगा।
इस संकलन 'सूरज का मिस्ड कॉल' में सूरज के इतने मूड, इतनी क्रियाएं, इतनी मुद्राएं और भंगिमाएं हैं कि आप मुग्ध हो जाएंगे . यहां नदी और ताल पर चमकता सूरज है, ट्रेन और हवाई जहाज में साथ चलता और बतियाता सूरज है, कोहरे की रजाई में दुबका सूरज है, अंधेरे के खिलाफ सर्च वारंट लेकर आता मुस्तैद सूरज है, ड्यूटी कम्प्लीट करने के बाद थका-हारा सूरज है और अपनी बच्चियों यानी किरणों पर वात्सल्य छलकाता पिता सूरज है।
इस सूर्य-संवाद की भाषा शास्त्रीय नहीं, समकालीन है. बहती हुई, बोलती हुई हिंदी . वैसी ही हिंदी ,जैसी आज-कल सूरज के तमाम 'क्लाइंट्स' की है . यह कहना बड़ा मुश्किल है कि इस संकलन में सूरज अनूप शुक्ल की आंख से दुनिया देख रहा है या अनूप शुक्ल सूरज की आंख से। यह सूरज दरअसल लेखक का आत्मरूप है।
Original price was: ₹150.00.₹99.00Current price is: ₹99.00.
- प्रियंकर पालीवाल
Swapn Ke Bol
कहानी संग्रह - Fragile रिश्ते
लेखक - नीलम समनानी चावला
पृष्ठ - 124
संस्करण - प्रथम
सम्भावित डिलीवरी - तीन से पाँच दिन
Original price was: ₹150.00.₹99.00Current price is: ₹99.00.