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Tum Jahan Bhi Ho

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तुम जहां भी हो एक भावनात्मक और खूबसूरत कविताओं का संग्रह है, जिसे पल्लवी त्रिवेदी ने लिखा है। यह किताब जीवन, प्रेम, बिछड़ने की कसक, और उम्मीदों के अनकहे पहलुओं को शब्दों के जरिए उजागर करती है। हर कविता पाठकों को एक नई सोच और एक अनछुई अनुभूति का अनुभव कराती है।

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RP1901 ,
Rujhaan Publications 9386892197 January 1, 2019 Hindi 162 pages

Happy Readers

Editorial Reviews

"तुम जहां भी हो" पल्लवी त्रिवेदी द्वारा लिखित एक काव्य संग्रह है, जो पाठकों को प्रेम, संवेदनाएं, और जीवन के छोटे-बड़े पहलुओं से जोड़ता है। उनकी कविताएं सरल लेकिन प्रभावशाली भाषा में लिखी गई हैं, जो दिल की गहराइयों तक पहुंचती हैं। इस संग्रह में भावनाओं का ऐसा ताना-बाना बुना गया है, जो कभी पाठकों को मुस्कुराने पर मजबूर करता है, तो कभी आंखें नम कर देता है। पल्लवी की लेखनी में सच्चाई और संवेदनशीलता का अद्भुत संतुलन है।

Nikita Rao

Book Lover

यदि आप कविताओं के माध्यम से जीवन की भावनात्मक यात्रा पर निकलना चाहते हैं, तो "तुम जहां भी हो" ज़रूर पढ़ें। यह संग्रह न केवल पढ़ने का अनुभव है, बल्कि इसे महसूस करने का भी है।

Fatima

Project Manager

This is my fav poetry book now.

Neha Diwan

Coach

Pallavi mom's poetry is highly recommended

Mukesh Tiwari

Book lover

Authors

Meet the Author

Pallavi Trivedi

My books are marked down because most of them are marked with a on the edge by publishers.
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Tum Jahan Bhi Ho

Description

Description

तुम जहां भी हो एक भावनात्मक और खूबसूरत कविताओं का संग्रह है, जिसे पल्लवी त्रिवेदी ने लिखा है। यह किताब जीवन, प्रेम, बिछड़ने की कसक, और उम्मीदों के अनकहे पहलुओं को शब्दों के जरिए उजागर करती है। हर कविता पाठकों को एक नई सोच और एक अनछुई अनुभूति का अनुभव कराती है।

पल्लवी त्रिवेदी की लेखनी में एक खास सरलता है, जो सीधे दिल को छू जाती है। उनकी कविताएं रोजमर्रा के अनुभवों को गहराई और संवेदनशीलता के साथ प्रस्तुत करती हैं। यह संग्रह प्रेम की मधुरता से लेकर अलगाव की पीड़ा और आत्मा की खोज तक, भावनाओं के कई रंगों को जीवंत रूप से उकेरता है।

रुझान पब्लिकेशंस द्वारा प्रकाशित यह संग्रह काव्य प्रेमियों के लिए एक अनमोल तोहफा है।“तुम जहां भी हो” केवल एक किताब नहीं, बल्कि भावनाओं का आईना है, जो आपको खुद से और अपनी भावनाओं से जोड़ने का काम करती है। यह किताब हर उस व्यक्ति के लिए है, जिसने कभी प्यार किया है, किसी को खोया है, या जीवन की गहराइयों को महसूस किया है।

Important Information

प्रमुख विशेषताएं:
– सरल लेकिन प्रभावशाली भाषा, जो भावनाओं को सहजता से अभिव्यक्त करती है।
– प्रेम, दर्द और जीवन के अनकहे पहलुओं पर केंद्रित कविताएं।
– हर कविता पाठकों को सोचने और महसूस करने पर मजबूर करती है।

1 review for Tum Jahan Bhi Ho

  1. Nikita Rao

    “तुम जहां भी हो” पल्लवी त्रिवेदी द्वारा लिखित एक काव्य संग्रह है, जो पाठकों को प्रेम, संवेदनाएं, और जीवन के छोटे-बड़े पहलुओं से जोड़ता है। उनकी कविताएं सरल लेकिन प्रभावशाली भाषा में लिखी गई हैं, जो दिल की गहराइयों तक पहुंचती हैं।

    इस संग्रह में भावनाओं का ऐसा ताना-बाना बुना गया है, जो कभी पाठकों को मुस्कुराने पर मजबूर करता है, तो कभी आंखें नम कर देता है। पल्लवी की लेखनी में सच्चाई और संवेदनशीलता का अद्भुत संतुलन है।

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