Fiction – Rujhaan Publications

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Fiction

AalaKamaan
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AalaKamaan

प्रतुल सिन्हा द्वारा लिखित उपन्यास 'आलाकमान' राजनीति और मिडिया के अन्दर की गहरी सतहों को परत दर परत कुरेदता है. इस उपन्यास को पढना एक तरह से रोमांचक सफ़र का अनुभव करना है. लेखक - प्रतुल सिन्हा प्रथम संस्करण पेपरबैक संभावित डिलीवरी – 3-5 दिन
Original price was: ₹150.00.Current price is: ₹99.00.
Bevkoofi Ka Saundarya
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Bevkoofi Ka Saundarya

अनूप शुक्ल के धारदार व्यंग्य संग्रहों से सजी पुस्तक “बेवकूफ़ी का सौंदर्य” हमारी निर्मल आनंद की सोच को आगे बढाती है। हम जिन बातो को साधारण मानकर नज़र अंदाज़ कर देते है अनूप शुक्ल उनमे भी हास्य ख़ोज लेते हैं। हिंदी साहित्य में एक अच्छे व्यंग्य संग्रह की जो एक कमी लम्बे समय से है ये पुस्तक उसे पूरा करने का प्रयास अवश्य करती हैं।
Original price was: ₹125.00.Current price is: ₹99.00.
Fragile Rishtey
Fragile Rishtey
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Fragile Rishtey

कहानी संग्रह - Fragile रिश्ते लेखक - नीलम समनानी चावला पृष्ठ - 124 संस्करण - प्रथम सम्भावित डिलीवरी - तीन से पाँच दिन
Original price was: ₹150.00.Current price is: ₹99.00.
KhidkiyoN Se (Ladhukatha Sangrah)
KhidkiyoN Se (Ladhukatha Sangrah)
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KhidkiyoN Se (Ladhukatha Sangrah)

दीपक मशाल की लघुकथाएं छोटे-छोटे जीवनानुभवों की झांकियां हैं। वह बुंदेलखंड की ज़मीन से आते हैं और उसके दुःख-दर्द आज तक अपने साथ लिए चलते हैं। एक छोटे गाँव-कसबे से निकलकर देश-विदेश की यात्राएं करते हुए दीपक ने एक बड़ी दुनिया देखी है, या कहें कि न केवल देखी है बल्कि उससे मिले अनुभवों को आत्मसात किया है. दीपक की इन लघुकथाओं में कोई विस्फोटक या चौंकाने वाला कथ्य नहीं है बल्कि रोज़मर्रा के जीवन में मानवीय संबंधों, उनके भीतर की कशमकश, बदलते समय और सोच के बीच का विद्रूप यहाँ बहुत सहजता से सामने आता है। यहाँ लेखक देश, दुनिया या समाज से ही सवाल नहीं पूछता है बल्कि वह ख़ुद अपने आपसे या पाठक से सवाल करता है। -विवेक मिश्र
लघुकथा संग्रह प्रथम संस्करण पेपरबैक संभावित डिलीवरी – 3-5 दिन
 
Original price was: ₹150.00.Current price is: ₹99.00.
Mujhe Jugnuo Ke Desh Jaana Hai
Mujhe Jugnuo Ke Desh Jaana Hai
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Mujhe Jugnuo Ke Desh Jaana Hai

सबाहत आफ़रीन की कहानियों में स्त्री पात्र के भीतर छटपटाहट है, बेचैनी है। उनकी कहानियों के किरदार बोसीदा रीति रवाजों को मानने से इनकार करते हैं। उनकी कहानियों का मन समाज के बनाये बन्धनों में जकड़ा हुआ ज़रूर है मगर वो किसी हाल में उम्मीद नहीं छोड़तीं। उनकी आँखों में उम्मीद के दिए जल रहे हैं, एक ख़ाब मतवातिर उनके ज़ेहन में चलता रहता है जो उन्हें यक़ीन दिलाता है कि आज नहीं तो कल हालात सुधरेंगे। कभी तो वो रात आएगी जब मुठ्ठियों में बंद जुगनू आज़ाद होंगे और अँधेरी फ़ज़ा फिर से रोशन हो उठेगी।
Original price was: ₹225.00.Current price is: ₹99.00.
Ruke Ruke Se Kadam
Ruke Ruke Se Kadam
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Ruke Ruke Se Kadam

एक जिंदा कहानी – जो शब्द दर शब्द गढ़ती है एक ऐसा दृश्य जो देखा देखा सा और अपने आस पास घटित होता जान पड़ता है। कहानी एक पटकथा की संपूर्ण गुणों से सुसज्जित है। कभी सुनते थे कि उसने शब्दों से चित्रकारी की है – पूनम की कलम उसकी जिंदा मिसाल है। यह कहानी हर उस दिल को छूएगी जिसमें अब भी धड़कन बाकी है। नई पीढ़ी जानेगी उस गुजरी पीढ़ी को – कुछ सीखेगी कि सीमा रेखाएं कहाँ तक आँकी जाती हैं? कुछ दूरियाँ चलना और समझना भी जरूरी है किन्तु वहीं तट की मर्यादा न लांघी जाए, उसका आँकलन भी उतना ही जरूरी है। इसका आभाव सुनामी में परिणित होगा जो मात्र तबाही लाएगा- भविष्य की कोख में क्या है यह भला कौन जान पाया है। मैं इस कहानी को असीम संभावनाओं की जननी करार देता हूँ और मुझे उम्मीद है कि इस कहानी से गुजर कर हर पाठक मुझसे सहमत होगा। - समीर लाल 'समीर'
Original price was: ₹250.00.Current price is: ₹99.00.
Saat Samandar Paar
Saat Samandar Paar
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Saat Samandar Paar

सात समंदर पार ... मेरी अम्मा स्व सरस्वती प्रसाद जी की कलम का जादू है । बचपन के खेल, परतंत्र राष्ट्र के प्रति उनके वक्तव्य उनकी कल्पना को उजागर करते हैं । यह कहानी मैंने कितनी बार पढ़ी, कितनों को सुनाई ... मुझे ख़ुद याद नहीं... लेकिन जितनी बार इस कथा-यात्रा से गुज़री , बचपन, देश, प्रेम और आँसुओं की बाढ़ मुझे बहा ले गई! इस निरन्तर यात्रा के बाद मुझे एहसास हुआ कि क्यों उन्हें कविवर पन्त ने अपनी मानस पुत्री के रूप में स्वीकार किया! क्यों उन्होंने अपनी पुस्तक लोकायतन की पहली प्रति की पहली हक़दार समझा. मेरा कुछ भी कहना एक पुत्री के शब्द हो सकते हैं, किन्तु मेरी बात की प्रामाणिकता 'सात समन्दर पार" को पढ़े बिना नहीं सिद्ध होने वाली. तो मेरे अनुरोध पर....... सात समंदर पार को पढ़िए, और कुछ देर के लिए सुमी-सुधाकर बन जाइये । रश्मि प्रभा
Original price was: ₹195.00.Current price is: ₹99.00.