Rs.88.00

झाड़े रहो कलट्टरगंज – अनूप शुक्ल (pre-booking)

लेखक – अनूप शुक्ल

संभावित डिलिवरी – 05-10 जनवरी 2018

जिंदगी कई रंगों में हैं,  जिंदगी कई ढंगों में है, जिंदगी के कई चेहरे हैं। अनूप शुक्ल एक साथ कई चेहरों से साक्षात्कार के लिए उत्सुक आतुर रहते हैं। नतीजे में कुछ अच्छे फोटो, शानदार वृतांत और व्यंग्य आ जाते हैं। झाड़े रहो कलट्टरगंज में अनूप शुक्ल के बहुआयामी व्यंग्य-लेख हैं। ये व्यंग्य लेख बताते हैं कि अनूप शुक्ल वह सब देखने के लिए बहुत समय और ऊर्जा लगाते हैं, जो आसानी से दिखता नहीं है।

  • आलोक पुराणिक
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Description

जिंदगी कई रंगों में हैं,  जिंदगी कई ढंगों में है, जिंदगी के कई चेहरे हैं। अनूप शुक्ल एक साथ कई चेहरों से साक्षात्कार के लिए उत्सुक आतुर रहते हैं। नतीजे में कुछ अच्छे फोटो, शानदार वृतांत और व्यंग्य आ जाते हैं। झाड़े रहो कलट्टरगंज में अनूप शुक्ल के बहुआयामी व्यंग्य-लेख हैं। ये व्यंग्य लेख बताते हैं कि अनूप शुक्ल वह सब देखने के लिए बहुत समय और ऊर्जा लगाते हैं, जो आसानी से दिखता नहीं है।

  • आलोक पुराणिक 

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