आरंभ प्रचंड भी हो सकता था पर हमने सरल चुना। इस चुनाव के पीछे मंशा चकाचौंध से ब...
Read moreकिताबें पढ़ने का रुझान आप में नहीं है तो आप अपने को कई अद्भुत अनुभवों से वंचित कर रहे हैं। अपने अंदर छुपी असीमित संभावनाओं को एक मौका दीजिये, कुछ आनंद के पल दीजिये खुद को, पढ़िए एक किताब ....यूँ ही नहीं कहते किताबो को हमारा सब से अच्छा मित्र..
काव्य-ग़ज़ल संग्रह – स्वप्न के बोल
लेखक – कैलाश भाटी ‘स्वप्न’
पृष्ठ – 124
संस्करण – प्रथम
सम्भावित डिलीवरी – तीन से पाँच दिन
अनूप शुक्ल के धारदार व्यंग्य संग्रहों से सजी पुस्तक “बेवकूफ़ी का सौंदर्य” हमारी निर्मल आनंद की सोच को आगे बढाती है। हम जिन बातो को साधारण मानकर नज़र अंदाज़ कर देते है अनूप शुक्ल उनमे भी हास्य ख़ोज लेते हैं। हिंदी साहित्य में एक अच्छे व्यंग्य संग्रह की जो एक कमी लम्बे समय से है ये पुस्तक उसे पूरा करने का प्रयास अवश्य करती हैं।
प्रथम संस्करण
पेपरबैक
संभावित डिलीवरी – 3-5 दिन
यह किताब ज्ञान बांटने की एक कोशिश है। किसी भी दफ्तर में चलनेवाली हर किस्म की चमचागिरी, चुगलखोरी, प्रमोशन वगैरह के पीछे की पालिटिक्स क्या है, इसे समझना हर उस बंदे या बंदी के लिए जरुरी है, जो किसी भी दफ्तर में बचा रहना चाहता है, प्रमोशन पाते रहना चाहता है।
इस किताब की 44 कहानियों से हर इंपलाई, हर नौकरीशुदा, हर आम आदमी दुनियादारी का ऐसे सबक हासिल कर सकता है, जो किसी भी कोर्स में नहीं दिये जाते।
सो इस किताब को पढ़िये और लाइफ में आगे बढ़िये,बस यह किताब किसी के साथ शेयर मत कीजिये। शेयर करके कोई समझदार हो गया, तो आपका एक कंपटीटर फोकटी में खड़ा हो जायेगा।